MPSC Deputy Collector
विनीत शिर्के की यह कहानी साबित करती है कि साधारण पृष्ठभूमि से आने के बावजूद, अगर मेहनत और समर्पण किया जाए तो बड़ी से बड़ी सफलता पाई जा सकती है| उनकी यह यात्रा यकीनन अन्य युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी|
पुणे: अगर आप अपने लक्ष्य को पाने के लिए कड़ी मेहनत और समर्पण से प्रयास करते हैं, तो कोई भी बाधा आपको रोक नहीं सकती. कोल्हापुर के विनीत शिर्के ने यह साबित कर दिखाया है. उन्होंने महाराष्ट्र लोक सेवा आयोग (MPSC) की राज्य सेवा मुख्य परीक्षा में सातवीं रैंक हासिल की है और डिप्टी कलेक्टर के पद पर चयनित हुए हैं|
सक्सेस स्टोरी
विनीत एक साधारण परिवार से आते हैं. उनके पिता किताबों की बाइंडिंग और रबर स्टांप बनाने का काम करते हैं, जबकि उनकी मां एक छोटा ब्यूटी पार्लर चलाती हैं| इसके बावजूद, विनीत ने अपनी मेहनत और आत्मविश्वास के बल पर यह बड़ी सफलता हासिल की| उन्होंने बिना किसी कोचिंग के सेल्फ स्टडी से तैयारी की और केवल टेस्ट सीरीज में भाग लिया|
कैसे की प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी
विनीत पिछले चार वर्षों से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे थे| उन्होंने 2020 से MPSC परीक्षा की तैयारी शुरू की थी| इससे पहले, कॉलेज के दौरान उन्हें टेक महिंद्रा में नौकरी का प्रस्ताव मिला था, लेकिन उन्होंने इसे ठुकरा दिया ताकि वे पूरी तरह से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर सकें| उन्होंने चार प्रयास किए और इस बार अंततः सातवां स्थान प्राप्त किया|
यह भी पढ़ें आज है लास्ट डेट BIS Recruitment 2024 के फॉर्म भरने की
किसको दिया सफलता का श्रेय
विनीत ने अपनी सफलता का श्रेय अपने परिवार को दिया, जिन्होंने हमेशा उनका साथ दिया. उन्होंने कहा, “परीक्षा की तैयारी के दौरान मेरे परिवार ने मुझे मानसिक और आर्थिक रूप से बहुत सहयोग दिया.” विनीत की यह सफलता न केवल उनके परिवार के लिए गर्व का विषय है, बल्कि उन सभी लोगों के लिए प्रेरणादायक है जो कठिन परिस्थितियों के बावजूद अपने सपनों को पूरा करने का प्रयास करते हैं.
विनीत शिर्के की यह कहानी साबित करती है कि साधारण पृष्ठभूमि से आने के बावजूद, अगर मेहनत और समर्पण किया जाए तो बड़ी से बड़ी सफलता पाई जा सकती है. उनकी यह यात्रा यकीनन अन्य युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी
और अधिक जानकारी के लिए विजिट करें